मासिक स्राव का सही समय पर न होना, मासिक स्राव होने के समय बहुत अधिक कष्ट (दर्द) होना, विवाह के लिए उम्र हो जाने पर भी युवती की शादी न होने पर, सेक्स क्रिया करते समय पूरी तरह से संतुष्ट न होने पर, योनि और गर्भाशय के अंदर सूजन आदि के रोग होने से तथा डर, दिमागी आघात, शोक और शरीर की कमजोरी की वजह से भी हिस्टीरिया का रोग अधिकतर स्त्रियों को हो जाता है।